परिचय : दिवाली, जो प्रकाश के त्योहार के रूप में जाना जाता है, भारत में सबसे बड़ा और आनंदमय पर्व है। यह पर्व ज्योंही आता है, हर कोने में हरियाली, चमक और मिठास घेर लेता है। एक मान्यता के अनुसार प्रभु श्रीराम रावण पर विजय प्राप्त करने के बाद इसी दिन वापस अयोध्या लौटे थे। तो अयोध्यावासियों ने दीप प्रज्वलित कर खुशिया मनाई |
इस ब्लॉग में, हम देखेंगे कि दिवाली 2023 की तारीख और मुहरत क्या हैं, और इस महत्वपूर्ण उत्सव की गहरी जानकारी प्राप्त करेंगे। आप इस आर्टिकल को ध्यानपूर्वक पढ़े इसमे पूरी जानकारी दी गयी है |
Diwali का महत्व :
दिवाली ईश्वर की कृपा और आशीर्वाद की ओर संकेत करता है। यह एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है जो विशेष रूप से गणेश और लक्ष्मी की पूजा के रूप में मनाई जाती है। लोग अपने घरों को रंगीन दीपों, रंगों और खुशबू से सजाते हैं, जो इस उत्सव की खासियत बनाते हैं।
दीपावली पर सभी घरो में साफ सफाई की जाती है नये कपड़े खरीदते पहेनते है और इस त्यौहार को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है | भारतीय हिन्दू परम्परा में दीपावली के पर्व पर रामा – श्यामा करने का रिवाज भी है इसमे बड़ो से आशीर्वाद लेकर रामा – श्यामा करने व मुहं मीठा करवाया जाता है |
Diwali 2023 की तारीख :
वाली 2023 इस बार विशेष महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस साल 12 नवंबर को मनाई जाएगी। यह पर्व आमतौर पर अक्टूबर और नवंबर के बीच मनाया जाता है, इस बार का दिन खास रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन लक्ष्मी पूजा की जाती है, जो विशेष रूप से व्यापारिक और आर्थिक सफलता की कामना की जाती है।
तारीख | दिन | त्योहार |
10 नवम्बर 2023 | शुक्रवार | धनतेरस |
11 नवम्बर 2023 | शनिवार | छोटी दिवाली |
12 नवम्बर 2023 | रविवार | दिवाली |
13 नवम्बर 2023 | सोमवार | गोवर्धन पूजा |
14 नवम्बर 2023 | मंगलवार | भैया दूज |
स्रोत: ड्रिकपंचांग
Diwali 2023 की मुहरत :
दिवाली की मुहरत भी इस उत्सव के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन सबसे शुभ समय होता है जब लोग अपनी पूजा कर सकते हैं और देवी लक्ष्मी का स्वागत कर सकते हैं। आमतौर पर, दिवाली की पूजा सन्ध्या में की जाती है, लेकिन इस साल पूजा का समय 04:21 PM to 06:02 PM बजे के बीच में है। इस समय में लक्ष्मी पूजा करने से विशेष प्रकार की महत्वपूर्ण पुण्य प्राप्ति होती है।
भारतीय परम्परा के अनुसार कोई भी कार्य को शुभ मुहूर्त देखकर किया जाता है और दीपावली का पूजन भी मुहर्त के बिना नही किया जाता है | क्योंकि ऐसा माना जाता है की शुभ मुहुरत्त में पूजन करने से माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है | इसलिए आप मुहरत और विधि विधान से दीपावली का पूजन करे और माँ लक्ष्मी की कृपा सब पर बनी रहे |
दिवाली | 12 नवम्बर 2023 |
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त | 04:21 PM to 06:02 PM |
अमावस्या तिथि आरंभ | 11:14 AM on 12 नवम्बर 2023 |
अमावस्या तिथि समाप्त | 11:26 AM on13 नवम्बर 2023 |
स्रोत: ड्रिकपंचांग
Diwali की प्रक्रिया और परंपराएँ :
दिवाली की तैयारी से ही उत्सव की शुरुआत होती है। घरों की सफाई, पूजा सामग्री की खरीदारी और घर की सजावट सब महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, लोग नए कपड़े पहनते हैं, मिठाईयों की खरीदी करते हैं और अपने परिवार और दोस्तों के साथ विशेष रूप से मिलते हैं। इस दिन पर दान पुण्य का अद्वितीय रूप माना जाता है, इसलिए लोग गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करते हैं।
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इस विशेष ब्लॉग पोस्ट में, हमने देखा कि दिवाली 2023 की तारीख और मुहरत क्या हैं और इस उत्सव की क्यों है महत्वपूर्ण आनंदमय रात्रि की खुशियों और धूमधाम को जानकारी प्राप्त की। इस पर्व पर, हम सभी मिलकर आनंद और सामृद्धि के साथ इसे मनाते हैं, और दीपों की रौनक और मिठाईयों की स्वाद आनंद और संतुलन का प्रतीक होती है। इस दिवाली, हम सभी आपको समृद्धि, सुख, और आनंद से भरी शुभकामनाएं देते हैं !
इस आर्टिकल को पढने के लिए धन्यवाद