अब delhi में नियमो का उल्लंघन करना पड़ेगा भारी लगेगा 20,000 का जुर्माना

Graded Response Action Plan :

अब delhi में नियमो का उल्लंघन करना पड़ेगा भारी लगेगा 20,000 का जुर्माना : यह नियम विशेष कर दिल्ली में लागु किया गया है क्योंकि वहाँ पर प्रदुषण ज्यादा बढ़ गया है इसलिए सरकार ने प्रदुषण लेवल को कंट्रोल करने के यह नियम लागु किया

इसके अनुसार यदि आपकी गाड़ी bs3 पेट्रोल और bs4 डीजल के अंतर्गत आती है तो आपको सतर्क रहेने की जरुरत है और नियमो का उल्लंघन करने पर लगाया जायेगा 20,000 का जुर्माना आपातकालीन और कुछ विशेष वाहन के अलावा यह नियम सभी पर समान रूप से लागु होगा | क्या है प्रदुषण मापने का पैमाना और नियम जानिए इस पोस्ट में पूरी जानकारी के लिए पोस्ट को पूरा ध्यानपूर्वक पढिये |

यह नियम इसलिए लगाया गया क्युकी वहा प्रदुषण का लेवल अधिक है | और इसके लिए भारत सरकार ने यह कठोर कदम उठाया एवम GRAP (Graded Response Action plan)  नियमो को लागु कर दिया | इस नियम में भारत सरकार ने बताया है की जो गाड़ी ज्यादा प्रदुषण उत्पन्न करती है उसको वहाँ नही चलने दिया जायेगा |

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इसके साथ ही बताया की यदि उलंघन करते हुवे पाए गये तो जुर्माना भी लगाया जायेगा और नियमो का पालन नही करने पर 20,000 का जुर्माना भी लगाया जायेगा | पुलिस बहुत सख्ती से जाँच कर रही है उनका कहेना है जो भी नियमो का पालन नही करेगा उसको बक्शा नही जायेगा |

Graded Response Action Plan का अर्थ :

GRAP का मतलब होता है “Graded Response Action Plan” यह एक प्रदूषण नियंत्रण की नीति है जो भारत में कुछ बड़े शहरों में लागू की जाती है। GRAP का उद्देश्य वायुमंडल में प्रदूषण के स्तर को कम करना है।

यह योजना विभिन्न प्रदूषण स्तरों के आधार पर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ प्रदान करती है, जिसमें उच्च प्रदूषण स्तरों पर अधिक सख्त उपायों की ओर बढ़ावा दिया जाता है। इसका उल्लेख भारत के कई शहरों में अद्यतित रहता है, जो कि अच्छी वातावरणीय गुणवत्ता की सुनिश्चितता के लिए कार्यकर्ताओं को संदेश देता है।

अब delhi में नियमो का उल्लंघन करना पड़ेगा भारी लगेगा 20,000 का जुर्माना

GRAP या “Graded Response Action Plan” में विभिन्न प्रदूषण स्तरों के लिए विभिन्न क्रियाएँ निर्दिष्ट की जाती हैं। यह प्रदूषण स्तर के आधार पर कदमों की श्रेणियों में विभाजित होता है, जिसमें हर श्रेणी के लिए विशेष कार्रवाई की जाती है। निम्नलिखित रूप में GRAP के विभिन्न स्तर हो सकते हैं:

  1. Graded Response Action Plan Level 1: इस स्तर पर, संचारित प्रदूषण स्तर कम होता है और सामान्य कार्यक्रमों का पालन किया जाता है।जब प्रदूषण स्तर 200 से 300 के बीच होता है |
  2. Graded Response Action Plan Level 2: इस स्तर पर, प्रदूषण में वृद्धि होती है और उपयुक्त कार्रवाई की जाती है। इसमें उच्च प्रदूषण स्तर के लिए सख्त उपाय शामिल हो सकते हैं। जब प्रदूषण स्तर 300 से 400 के बीच होता है |
  3. Graded Response Action Plan Level 3: इस स्तर पर, प्रदूषण में और भी वृद्धि होती है और अत्यधिक सख्त कार्रवाई की जाती है। इसमें उच्च प्रदूषण स्तरों के लिए सख्त उपाय शामिल होते हैं, जैसे कि इंडस्ट्रीज को बंद करना, परिवहन की संख्या में प्रतिसाद करना, आदि। जब प्रदूषण स्तर 450 तक पहुँच जाता है | तब इन गाडियों पर रोक लगा दी जाती है |

Graded Response Action Plan के स्तर बारिकी से निर्धारित किए जाते हैं ताकि जब भी प्रदूषण में वृद्धि होती है, तो तत्पर कार्रवाई की जा सके और वातावरण को संरक्षित किया जा सके।

https://youtu.be/-qe0q4x4LVo

Graded Response Action Plan :

Graded Response Action Plan 1 के अनुसार जहाँ प्रदुषण का लेवल 200 से 300 के बीच होता है वहाँ कठोर नियम नही होते है | और Graded Response Action Plan 2 के अनुसार जहाँ प्रदूषण स्तर 300 से 400 के बीच होता है वहाँ कुछ कठोर नियमो का पालन करना होता है और Graded Response Action Plan 3 के अनुसार जहाँ प्रदूषण स्तर 450 तक पहुँच जाता है वहाँ  bs3 और bs4 गाड़ियों पर रोक लगा दी जाती है।

यह एक प्रदुषण नियंत्रण की नीति है और जिन शहरो में प्रदुषण अधिक होता वहाँ यह नीति लागु की जाती है और वहाँ गाड़ी मालिको को नियमो का पालन करना पड़ता है और नियमो का पालन नही करने पर जुर्माना भी लगाया जाता है |

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